Sunday, February 13, 2011

HOLD MY HAND


उफ़ ये ज़िन्दगी है या जन्नत, उफ़ ये सपना है या समंदर !
सावन की बरखा हो या सूजन पे मरहम
रंग और तरंग की रंगोली बनाती हो तुम मेरे जिस्म पे
छूती हो मेरे अनछुए से मन को !!



ज़ेहन में जो ज़ज्बात हैं, वो मैं ज़ाहिर करना चाहता हूँ !
ये जो फूलों की बारिश है, वो मैं तुम पर न्योछावर करना चाहता हूँ
आरज़ू है मेरी शिरकत करे तेरे पावँ
किस्मत में मेरी हो बहारों का जहाँ !!



आशियाने की आस में मेरी निगाहें तेरी राहों में !
रगों में तैरती है धड़कन तेरी तस्वीर की
सुलझ सी गई हैं परत
ज़िन्दगी की
बदल से
गए है मायने ज़िन्दगी के !!



मेरी तन्हाई में परछाई है तेरे प्यार की !
खुशियों की बारिश में श्रेय है तुम्हारी
कुदरत की कविता हो तुम, पंक्तियाँ मेरे
मन की
सुबह की उजली धूप हो तुम, रोशनी मेरे जीवन की !!

Wednesday, September 1, 2010

अवारा मन


अरमान हो तुम उस सावन की तरह
रिमझिम सी बुत हो मेरे अरमानों की


सहलाती है तेरी खुश्बू मेरे मन को
रूह को छूती है तेरी उर्दू भरी अलफ़ाज़


रात की ओट में आना जाना है तेरा
झांकना मेरे सपनो में अदा है तेरी


कुछ लम्हों की झलक तेरे हुस्न का
लगता है जैसे फिजाओं में मंजर हो सदियो से


शरारत मेरी निगाहों का नही,शरारा तेरे जिस्म का
जुर्म मेरा नही, खता खुदा की है


पनाह की गुजारिश है तेरे प्यार में
हुस्न और इश्क का दीदार चाहता हूँ


जो फ़साना
कहा
नही इन लब्जों से
कहा है हर दफा वो इन निगाहों से


तमन्ना है उस कायनात के रात की
जब सासों की मिलन तेरे मेरे बीच होगी !!

Thursday, July 8, 2010

अरमान..


वक़्त का रुख बुरा है अभी

ओट में छिपी है ज़िन्दगी

लहरों में है खामोशियाँ

उल्झन में है तनहाइयाँ

कशमकश में है
मुस्कुराहटें

है बेबसी का आलम



लेकिन अरमानो की बारिश में भींगा है मन

चल पड़ा हूँ
दस्तक देने वक़्त के दरवाज़े

किस्मत की तक़दीर बदलने

दर्द का हर दर्द छीन लेने

चाँद का अस्तित्व मिटाने

और सूरज को दफ्न करने ..

Wednesday, June 16, 2010

जिंदगी की आस...

आड़ी-टेढ़ी है जिंदगी की पगडंडी मेरी |
चला जा रहा हूँ जिंदगी की आस में |

जिद्द है उड़ने की इस ख़ुले आसमान में |
लेकिन जिंदगी को जिंदगी से कोई आस नही |

बचाता फिर रहा हूँ इस रूठे वक़्त से अपने दामन को|
लेकिन रोंदे जा रहा है जिंदगी के दामन को |

किस्मत ने किये है जिंदगी को तार -तार |
अब तो पता नही चलता कितने है घाव |

किस्मत को कौंसना भी अब कम पड़ता है |
लेकिन ज़िदा हूँ अभी,जिंदगी की आस में ||

Friday, March 26, 2010

War Of My Life


Come out Angels
Come out Ghosts
Come out Darkness
Bring everyone you know

I'm not running
I'm not scared
I am waiting and well prepared

I'm in the war of my life
At the door of my life
Out of Time and there's no where to run away

I've got a hammer
And a heart of glass
I got to know right now
Which walls to smash

I got a pocket
Got no pill
If fear hasn't killed me yet
Than nothing will

All the suffering
And all the pain
Never liked to label

I'm in the war of my life
At the door of my life
Out of time and there's nowhere to run

I'm in the war of my life
At the core of my life
I've got no choice but to fight 'til it's done

No more suffering
No more pain
Never again

I'm in the war of my life
At the door of my life
Out of time and there's no where to run

I'm in the war of my life
I'm at the core of my life
Got no choice but to fight 'til it's done
So Fight on, fight on everyone, so fight on
Got no choice but to fight 'til it's done

I'm in the war of my life
I'm at the core of my life
I've got no choice but to fight 'til it's done

लुक्का छिप्पी

जमाना याद है जब खेला करता था
तेरे आँचल से लुक्का छिप्पी,

लेकिन अब जमाना है
जमाना खेलता है
मेरे लंगोट से लुक्का छिप्पी!

में भी चला था आशियाने के उन्माद से,
फलक को चीरने के उन्माद से !


मगर जमाने ने किये अरमान तार-तार!
इन्तजात है उस सहर की,
जब मेरे पुरे होंगे अरमान!!







wait for the updation...

Sunday, March 21, 2010

sangharsh..

गोद भर सको यदि गीतन की
तब शब्दों को ममता देना
स्वप्न पूर्ण होने तक देखूं
संकल्पों को छमता देना